लेखक जोड़ी नंबर 3 : Ashish Mishra & Nisarg Mehta
कहानी : तीन तिगाड़ा
अमिताभ : जयाजी, आपने हमारी साइकिल ठीक करवा दी? वीर ज़ारा में वो ज़िंटा को बिठाया था बस…. फुस्स |
जया : क्यों पिकु की सीक्वल बन रही है क्या ? और हाँ तुम्हारा वो तीन वाला स्कूटर किधर गया जिसपर नवाज़ को बिठा के घुमा रहे थे ?
अमिताभ : अरे वो नवाज़ की बन्दूक से खुजली होने लगी थी पीठ पर और उसको भी बाप का, भाई का और दादा का बदला लेना था | तो हमने अपनी फटफटी उसको दी और कहा की भैया तुम चलो बदलापुर, हईं! फिर, आज की रात है ज़िन्दगी पर आई हुई किसान चाची से प्रेरणा बासु….. मेरा मतलब है की प्रेरणा मिली |
जया : हाँ जाओ, दुनिया की सारी औरतों से प्रेरणा लो लेकिन इस पुरानी वाली से मुझे निपटने दो |
रेखा : देखो जया, बाकी कुछ भी कहो लेकिन मुझे पुरानी मत कहो – अभी तो मैं जवान हूँ (लय में )
जया : ओह हाँ, ४२ साल के राहुल गांधी अभी भी बाबा हैं, तो तुम तो जवान सांसद ही हुई |
रेखा : अमितजी, आप इसे समझा दो की और कोई बात करे लेकिन संसद का नाम ना ले | ये मीडिया ने वैसे ही मेरे शार्ट अटेंडेंस को लेकर नाक में दम कर रखा है | इन्हे कौन समझाए की अगर मैं संसद में आने लगी तो हर हफ्ते होने वाले अवार्ड शोज में कांजीवरम में कौन दिखेगी? बताइये?
अमिताभ : खैर वो सब छोड़ो, ये बताओ की जब मुझे अवार्ड मिलेगा शमिताभ के लिए तब तो देने आओगी ना?
जया : फिर पिडली बातें शुरू कर दी आपने? कितनी बार कहा है चीनी कम करो चाय में शुगर रश हो जाता है आपको | मैडम X है ये सैंटा क्लॉस नहीं, समझे |
अमिताभ : सैंटा…… अरे उससे याद आया, जया जी, क्या गिफ्ट दिया आपके सीक्रेट वाले सैंटा ने ?
जया : मुझसे क्या पूछते हो, हाथ में ये सफ़ेद सा पर्स नहीं दिख रहा, पूछो इससे कहाँ से खरीद के लायी है|
रेखा : और तुम, तुमने भी तो मुझे वही गिफ्ट किया है ! बड़ी आई |
अमिताभ : (खुद से ) धत्त तेरे की, अमा यार ये दोनों तो पिछले साल की खरीदी हुई हैं, अमर सिंह की दुकान से, कानपुर में | इस से पहले ये दोनों और कुछ बोलें….
अमिताभ : (सब से) आज का समय समाप्त होता है देवियों और सज्जनों, अगली तकरार तक, गुड नाईट, शुभ रात्रि और शब–ब–खैर |
Penned by Writer Duo :
Ashish Mishra – @justalovelythou
&
Nisarg Mehta – @nisargmeister