बहुत समय बाद वापस इस मंच में प्रतिभागी हूँ, बहुत बहुत शुक्रिया आज सिरहाने।
शिशिर सर का काम यकीनन बहुत मुश्किल है, और जिस संजीदगी से वो अपना काम कर रहे है हतप्रभ हूँ।
जब ट्वीटर पर ताजा ताजा अकाउंट बनाया था, तो @Sai_ki_bitiya को फॉलो करता था। अचानक एक दिन आज सिरहाने के बारे में पता चला, “संयोग” था उस वक़्त cue. और संयोग से हर दिन उस ट्वीट को देखने के बाद लास्ट डेट पे लगा कि चलो हिस्सा लिया जाए, और एक पुरानी लिखी कहानी “थैंक गॉड” मैंने सबमिट कर दी। और जीमेल में अनुराधा जी का रिप्लाई आया कि “अच्छी कहानी है पर आपकी कहानी cue से मैच नहीं करती।”
तो मैंने भी बिना कोई मेहनत किए बस एक शब्द जोड़ दिया “संयोग” हाहा।
जब प्रकाशित की गई कहानियां तो मुझे पता चला कि बहुत सारे लोगों ने प्रयास किया पर फिर भी उस वक़्त संख्या बहुत काम थी।
उसके बाद 2-3 बार और मैंने अपनी प्रतिभागिता दर्शायी। और फिर मंच में मेरी प्रतिभागिता कम हो गई, पर हर बार कहानिया जरूर पढ़ता था।
शुरुआत में 101 शब्द की लिमिट कोई खास नहीं लगती थी मुझे पर इस बार जब कहानी से बहुत काट छांट करनी पड़ी तो लगा कि असली चैलेंज यही था।
इस बार फिर कोशिश है मेरी, ज्यादा अच्छी रचना नहीं होने पर भी सराही गई, शुक्रिया।
ये था मेरा सफर “आज सिरहाने” के साथ, आप लोग भी अपना सफ़र साझा करें, शुक्रिया।
बेहद दिलचस्प कहाँनियों का संग्रह ! शिशिर जी की कठिनाई का ज्वलंत रूप दिखाई दिया इस संपूर्ण संग्रह में । मेरा पहला impression इस चित्र के देख कुछ discouraging सा था । लगा कि इस पर क्या कहाँनियाँ बन सकती हैं । ‘आज सिरहाने’ मंच को धन्यवाद करना चाहूँगा जिसने लेखकों को प्रेरित किया ।
मेरी कहानी को सम्मिलित कर के जो मान दिया है उसका आभार । शिशिर जी को विशेष धन्यवाद, सदैव की भाँति लेखन को प्रोत्साहन देने का । आपके comments बेहद सकारात्मक व प्रेरणादायी होते हैं ।
सभी लेखकों को बधाई, एक से एक कथाएँ संजोने की । अपनी पसंद Twitter पर share करूँगा ।
शुभम भाई ने ऊपर सही कहा आपने १०१ शब्द में लिखना बहुत बड़ी चुनौती है और धीरे धीरे मुझे भी समझ आया की कैसे कम शब्दों में व्यक्त किया जा सकता सब |
इस हफ्ते की सबसे खास बात की सब कहानियाँ सबको पसंद आ रही |
किसी एक की बात कैसे करूँ जब दिल तक सब पहुँच गए 🙂
सबसे पहले परदे के पीछे रह कर अक्लांत परिश्रम कर हम सभी के लिए इतनी रूचीकर चुनौतीयां बनानें और कुशलता से संपादित कराने के लिए आजसिरहाने के सभी सदस्यों को अशेष धन्यवाद।
कोटिश: धन्यवाद हमारे प्रिय एडिटर जी को।(मेरी तरफ से दो बार धन्यवाद, दोनों कहानियों को स्थान देनें के लिए)। 😊 🙏
वाह… कितनी खूबसूरत कहानियाँ आयी इस बार… पढ़ कर मन खुश हो गया । पीढ़ियों के अंतर को कम करती ये कहानियां हर उम्र को कुछ न कुछ सिखा जाती हैं। सभी कहानीकारों को नमन
बहुत समय बाद वापस इस मंच में प्रतिभागी हूँ, बहुत बहुत शुक्रिया आज सिरहाने।
शिशिर सर का काम यकीनन बहुत मुश्किल है, और जिस संजीदगी से वो अपना काम कर रहे है हतप्रभ हूँ।
what a great collection…i cant put one over other…all are equally good..kudos to aaj sirhane to bring hidden talent of so many out…
#सफ़र
जब ट्वीटर पर ताजा ताजा अकाउंट बनाया था, तो @Sai_ki_bitiya को फॉलो करता था। अचानक एक दिन आज सिरहाने के बारे में पता चला, “संयोग” था उस वक़्त cue. और संयोग से हर दिन उस ट्वीट को देखने के बाद लास्ट डेट पे लगा कि चलो हिस्सा लिया जाए, और एक पुरानी लिखी कहानी “थैंक गॉड” मैंने सबमिट कर दी। और जीमेल में अनुराधा जी का रिप्लाई आया कि “अच्छी कहानी है पर आपकी कहानी cue से मैच नहीं करती।”
तो मैंने भी बिना कोई मेहनत किए बस एक शब्द जोड़ दिया “संयोग” हाहा।
जब प्रकाशित की गई कहानियां तो मुझे पता चला कि बहुत सारे लोगों ने प्रयास किया पर फिर भी उस वक़्त संख्या बहुत काम थी।
उसके बाद 2-3 बार और मैंने अपनी प्रतिभागिता दर्शायी। और फिर मंच में मेरी प्रतिभागिता कम हो गई, पर हर बार कहानिया जरूर पढ़ता था।
शुरुआत में 101 शब्द की लिमिट कोई खास नहीं लगती थी मुझे पर इस बार जब कहानी से बहुत काट छांट करनी पड़ी तो लगा कि असली चैलेंज यही था।
इस बार फिर कोशिश है मेरी, ज्यादा अच्छी रचना नहीं होने पर भी सराही गई, शुक्रिया।
ये था मेरा सफर “आज सिरहाने” के साथ, आप लोग भी अपना सफ़र साझा करें, शुक्रिया।
सफ़र में शामिल होने के लिए शुक्रिया दोस्त |
बेहद दिलचस्प कहाँनियों का संग्रह ! शिशिर जी की कठिनाई का ज्वलंत रूप दिखाई दिया इस संपूर्ण संग्रह में । मेरा पहला impression इस चित्र के देख कुछ discouraging सा था । लगा कि इस पर क्या कहाँनियाँ बन सकती हैं । ‘आज सिरहाने’ मंच को धन्यवाद करना चाहूँगा जिसने लेखकों को प्रेरित किया ।
मेरी कहानी को सम्मिलित कर के जो मान दिया है उसका आभार । शिशिर जी को विशेष धन्यवाद, सदैव की भाँति लेखन को प्रोत्साहन देने का । आपके comments बेहद सकारात्मक व प्रेरणादायी होते हैं ।
सभी लेखकों को बधाई, एक से एक कथाएँ संजोने की । अपनी पसंद Twitter पर share करूँगा ।
कहानी “छोटी सी आशा” by @rafiology, दोस्ती by @goodbutnotlucky और “लल्ला कि लाचारी” by @R_Singh04 बहुत अच्छी लगी
शुभम भाई ने ऊपर सही कहा आपने १०१ शब्द में लिखना बहुत बड़ी चुनौती है और धीरे धीरे मुझे भी समझ आया की कैसे कम शब्दों में व्यक्त किया जा सकता सब |
इस हफ्ते की सबसे खास बात की सब कहानियाँ सबको पसंद आ रही |
किसी एक की बात कैसे करूँ जब दिल तक सब पहुँच गए 🙂
सबसे पहले परदे के पीछे रह कर अक्लांत परिश्रम कर हम सभी के लिए इतनी रूचीकर चुनौतीयां बनानें और कुशलता से संपादित कराने के लिए आजसिरहाने के सभी सदस्यों को अशेष धन्यवाद।
कोटिश: धन्यवाद हमारे प्रिय एडिटर जी को।(मेरी तरफ से दो बार धन्यवाद, दोनों कहानियों को स्थान देनें के लिए)। 😊 🙏
Some stories are different like “Nai bike” and “keemat”
these Stories have an interesting massage.
Chhoti si aasha, nd Sauten are my fav.
Many Thanks to aaj sirhane and shishir ji.
वाह… कितनी खूबसूरत कहानियाँ आयी इस बार… पढ़ कर मन खुश हो गया । पीढ़ियों के अंतर को कम करती ये कहानियां हर उम्र को कुछ न कुछ सिखा जाती हैं। सभी कहानीकारों को नमन