बेहद खूबसूरत प्रस्तुतीकरण.. ऐसा लगता ही नहीं ले कोई कहानी पढ़ रहे हैं.. लगता है कोई मूवी देख रहे हैं.. पहली बार रक्षा मैम को इतनी तसल्ली से पढ़ा है.. औरएक सुखद अनुभव हुआ .. उम्मीद है आपकी और कहानियां पढ़ने को मिलेंगी
रक्षा जी आप की कहानी एक इतिहास हो कुरेदती सी प्रतीत होती है। ऐसा लगता है आप ने सच में ये सब देखा और जिया है। मुझे लगता है कि आप जरूर राजा महाराज के खानदान से हो या आपने उन्हें काफी करीब से देखा है। आप के लेखन में उसकी झलक साफ़ दिखती है। बहुत शानदार प्रस्तुति के साथ एक खूबसूरत कल की काली सी छाया है। आप की कहानी।
सजीव व् सटीक चित्रण। बहुत बहुत बधाई सुन्दर प्रस्तुति के लिये।
बेहद खूबसूरत प्रस्तुतीकरण.. ऐसा लगता ही नहीं ले कोई कहानी पढ़ रहे हैं.. लगता है कोई मूवी देख रहे हैं.. पहली बार रक्षा मैम को इतनी तसल्ली से पढ़ा है.. औरएक सुखद अनुभव हुआ .. उम्मीद है आपकी और कहानियां पढ़ने को मिलेंगी
रक्षा जी आप की कहानी एक इतिहास हो कुरेदती सी प्रतीत होती है। ऐसा लगता है आप ने सच में ये सब देखा और जिया है। मुझे लगता है कि आप जरूर राजा महाराज के खानदान से हो या आपने उन्हें काफी करीब से देखा है। आप के लेखन में उसकी झलक साफ़ दिखती है। बहुत शानदार प्रस्तुति के साथ एक खूबसूरत कल की काली सी छाया है। आप की कहानी।