ह्यदय को छूती एक और मार्मिक कहानी आयी है “रोशनी” के मंच पर | लेखन व कथानक दोनों रूपों में यह एक सम्पूर्ण रचना है | कौसेन व कोशिश, दोनों इसके लिए बधाई के पात्र हैं |
“आजसिरहाने” मंच को तह-ए-दिल से शुक्रिया करना चाहूँगा इतनी प्रतिभाओं को एक साथ पाठकों के सम्मुख लाने के लिए !
आप सभी का दिल से आभार की आपने अपना कीमती वक़्त निकाल कर पढ़ा और पसंद किया।
कोशिश जी की भूमिका ने चार चाँद लगा दिए। कोशिश जी बहुत शुक्रिया और अनु जी को विशेष साधुवाद।
वाह! क़ौसेन, एक बार फिर से बेहतरीन रंग निकला है आपके कहानियों के झोले से! हमारे समाज के उस पहलू को उजागर करती हुई जिससे जानते हुए भी सब आँख मूँद लेना चाहते हैं! बहुत बढ़िया!!
कोशिश…आपका परिचय देना का अन्दाज़ सबसे निराला है! बहुत ख़ूब!
इस बार के ‘रोशनी’ संस्करण की बात ही कुछ अलग है! सभी templates बेहद ख़ूबसूरत हैं! AS को special साधुवाद!!
कहानी की तारीफ बाद मे करूंगी..पहले परिचय..कोशिश जी ,आपका उर्दू ज़बान पर जो command है उसने इस कहानी को परिचय मे ही मुकम्म़ल कर दिया है..और कौसेन भाई की कहानी..मन,भाव और स्त्री मन को दर्शाती अद्भुत कहानी..आप दोनों ही बधाई के पात्र है।
नारी मन की व्यथा को दर्शाती अभूतपूर्व क्या ,बधाई आपको
आभार अर्चना जी
वाह कौसेन भाई! आपका कोई सानी नहीं है!! क्या ही उम्दा कहानी कही है आपने। अल्लाह सभी औरतों को ऐसी हिम्मत बक्शे।
कोशिश भाई का परिचय भी बेहद आला!!
बहुत शुक्रिया
हमेशा की तरह इस बार भी आपकी कहानी दिल को चीर के गयी.. कोशिश सर का अंदाज-बयाँ उफ़्फ़ अपने आप में एक कहानी है
बहुत शुक्रिया
ह्यदय को छूती एक और मार्मिक कहानी आयी है “रोशनी” के मंच पर | लेखन व कथानक दोनों रूपों में यह एक सम्पूर्ण रचना है | कौसेन व कोशिश, दोनों इसके लिए बधाई के पात्र हैं |
“आजसिरहाने” मंच को तह-ए-दिल से शुक्रिया करना चाहूँगा इतनी प्रतिभाओं को एक साथ पाठकों के सम्मुख लाने के लिए !
Excellent……!
बहुत शुक्रिया
आप सभी का दिल से आभार की आपने अपना कीमती वक़्त निकाल कर पढ़ा और पसंद किया।
कोशिश जी की भूमिका ने चार चाँद लगा दिए। कोशिश जी बहुत शुक्रिया और अनु जी को विशेष साधुवाद।
बेहतरीन कहानी और बेहतरीन परिचय 👌
शुक्रिया शिखा जी
वाह! क़ौसेन, एक बार फिर से बेहतरीन रंग निकला है आपके कहानियों के झोले से! हमारे समाज के उस पहलू को उजागर करती हुई जिससे जानते हुए भी सब आँख मूँद लेना चाहते हैं! बहुत बढ़िया!!
कोशिश…आपका परिचय देना का अन्दाज़ सबसे निराला है! बहुत ख़ूब!
इस बार के ‘रोशनी’ संस्करण की बात ही कुछ अलग है! सभी templates बेहद ख़ूबसूरत हैं! AS को special साधुवाद!!
शुक्रिया करम
कहानी की तारीफ बाद मे करूंगी..पहले परिचय..कोशिश जी ,आपका उर्दू ज़बान पर जो command है उसने इस कहानी को परिचय मे ही मुकम्म़ल कर दिया है..और कौसेन भाई की कहानी..मन,भाव और स्त्री मन को दर्शाती अद्भुत कहानी..आप दोनों ही बधाई के पात्र है।
बहुत बहुत शुक्रिया उज्जवला जी
Bahut Khoob , pain expressed in such a beautiful and blunt way
Thank you firoz bhai